हिम्मत है तो बीजेपी केंद्रीय गृहमंत्रीअमितशाह को कोरबा प्रत्याशी बनाए, जयसिंह के सामने टीक पाना मुश्किल हो जायेगा– सनथ दीवान

अविनाश कर्ष। पुरानी बस्ती में रहने वाले कांग्रेस कार्यकर्ता सनथ दास दीवान ने कोरबा विधानसभा के बीजेपी प्रत्याशी लखनलाल देवांगन को हल्के में लिया है। उन्होंने कहा कि कोरबा विधानसभा क्षेत्र से अगर बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को कंडीडेट बना दिया जाए तब भी वे मंत्री जयसिंह अग्रवाल के सामने नहीं टीक पाएंगे। लखन लाल देवांगन की स्थिति बेहत खराब है।
उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि इस विधानसभा चुनाव में चुनाव में जितना पैसा लखनलाल बाटेंगे दूसरा कोई उम्मीदवार नही बाटेगा क्योंकि पार्टी ने तो लखन को टिकट दे दिया है लेकिन कोरबा में बीजेपी की हालत दयनीय है। दीवान जी ने कहा कि लखन की हालत ऐसी है कि वे किसी से अच्छे से वोट नही मांग पा रहे है। सनथ दीवान ने कहा कि झूठा आरोप लगाना भारतीय जनता पार्टी की पुरानी आदत है। उन्होंने कहा कि अगर  कोरबा विधानभा क्षेत्र में कांग्रेस ने किसी भी तरह से पैसे का लेनदेन किया है तो इसको सिद्ध करें।

कांग्रेस पार्षद प्रतिनिधि मुकेश राठौर ने लखन पर कसा तंज–पेट्रोल पंप, तुलसी कलेक्शन और एक अन्य दुकान के मालिक होने पर भी लखनलाल अगर गरीब है तो ऐसा गरीब हमे भी बनना है।

चुनाव के पहले राजनैतिक दलों के बीच जुबानी जंग छीड़ गई है। ये दंगल कोरबा जिले में अलग किस्म का है। बीजेपी के प्रत्याशी लखनलाल देवांगन जो बोलते है कि मैं गरीब हु। उनके इस बयान पर मुकेश राठौर ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि लखनलाल के पास पेट्रोल पंप है, तुलसी क्लोथ कलेक्शन है। इसके आलावा दर्री में एक और दुकान है। बावजूद इसके लखन अपने आप को गरीब कहते है। तो वैसा गरीब हम भी बनना चाहते हैं। दरअसल भारतीय जनता पार्टी के परिवर्तन को लेकर जिला बीजेपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर जानकारी साझा की। इस कांफ्रेंस में कोरबा विधानसभा के बीजेपी प्रत्याशी लखनलाल देवांगन भी मौजूद थे। पत्रकारों के सवाल पर लखनलाल ने बेहद जवाबदारी और हिम्मत से जवाब दिया। राजस्व मंत्री और कोरबा विधायक जयसिंह अग्रवाल पर कई आरोप लगाए। भ्रष्टाचार और बेनामी संपत्ति बनाने की बात करते हुए अपने आप को गरीब बताया। उनके इसी बयान पर अब कांग्रेस तंज कसते नजर आ रही है। कांग्रेस के पूर्व पार्षद ने कहा कि लखन के पास पेट्रोल पंप है। घंटाघर में कपड़ा दुकान है इसके अलावा दर्री में भी एक शॉप है बावजूद इसके अगर लखन गरीब हैं तो ऐसा गरीब हमको भी बनना है।